आरएलडी में घमासान: कई बड़े नेताओ ने दिया इस्तीफा,आशीष तिवारी ने महानगर अध्यक्ष पद छोड़ा

                      


हिन्दुस्तान वार्ता।ब्यूरो

लखनऊ: आरएलडी पार्टी के संगठन को लेकर पिछले कई महीनो से विवाद जारी था। जिसकी पूरी जानकारी जयंत चौधरी को पहले ही दी जा चुकी थी। चौधरी अजीत सिंह के बेहद करीबी रहे,आरएलडी के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष,किसान नेता मंजीत सिंह का इस्तीफा आरएलडी के लिए एक बड़ा झटका है।

कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष रहे मंजीत सिंह ने कॉफी हाउस में आयोजित प्रेसवार्ता में आरएलडी व्यापार प्रकोष्ठ के नेता रोहित अग्रवाल पर पैसे के दुरुपयोग के गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि बिना प्रवक्ता पद के भी यहां के कुछ लोग पैसे के बल पर मीडिया में सक्रिय है,और पार्टी को लेकर गलत बयानी कर रहे है, जब कि पार्टी ने उनको ऐसी कोई जिम्मेदारी नहीं दी है।

उनका कहना है कि पिछले कई दशक से पार्टी ऑफिस में कुंडली मार के बैठे नेताओं की पार्टी विरोधी कार्यों की जानकारी कई बार जयंत चौधरी को दी गई,उनको बताया गया कि ये पुराने मठाधीश लोग लगातार पार्टी को मिट्टी में मिलाने में सक्रिय है। वे नही चाहते कि पुराने वरिष्ठ,चौधरी अजित सिंह के सहयोगी किसान नेताओं को पार्टी में सम्मान मिले,और नए युवा लोगो को पार्टी में शामिल किया जाए।

आरएलडी पार्टी छोड़ने वाले एक और पुराने नेता,अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष,आरिफ महमूद भी पार्टी से इस्तीफा दे चुके है। ये पार्टी के गठन से लेकर आज तक पार्टी के बहुत से पदो पर रह चुके है। उन्होंने साफ कहा कि जयंत चौधरा अल्पसंख्यक विरोधी है,उन्होंने पार्टी ऑफिस में अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के कमरे को भी हटवा दिया। आरिफ महमूद ने बताया कि मेरे बुलाने पर पार्टी ऑफिस में होने वाले रोजा इफ्तार के आयोजन में जयंत चौधरी ने ये कहा कि रोजा इफ्तार में मेरे शामिल होने से हमारा हिन्दू वोट नाराज हो जायेगा ,और वे नही आए। अल्पसंख्यक समाज को साथ लेकर चलने की बात करने वाले नेता जयंत चौधरी की सोच पूरी तरह अल्पसंख्यक विरोधी साबित हो चुकी है। 

आरएलडी के अधिकृत प्रदेश प्रवक्ता,वरिष्ठ नेता वेद प्रकाश शास्त्री ने भी दुखी होकर पार्टी छोड़ दी है।

आज और भी कई बड़े नेताओ ने आरएलडी छोड़ दी जिनमे लखनऊ महानगर अध्यक्ष आशीष तिवारी,क्षेत्रीय अध्यक्ष तराई क्षेत्र,मो.असद हुसैन खान (एडवोकेट), संगठन महामंत्री तराई क्षेत्र, यश विंदर सिंह धूम्मन,लखनऊ के नेता रफी अहमद के साथ कई बड़े नाम शामिल हैं।