अहंकार मनुष्य के सदकर्मों को क्षीण कर देता है:पंडित प्रदीप मिश्रा जी।



- गलत नीयत से किया गया कार्य कुटुंब नाश कर देता है, वहीं सदकर्म के लिए किये गए कार्य से मनुष्य पूज्यनीय हो जाता है।

- गोपेश्वर गोपी शिव महापुराण के चौथे दिन व्यास पीठ से पंडित प्रदीप मिश्रा जी ने बृज धरा पर भगवान रामेश्वर महादेव के स्थापित होने का सुन्दर वर्णन किया।

हिन्दुस्तान वार्ता। ब्यूरो

कोसीकलां (मथुरा) । मनुष्य को कभी अहंकार नहीं करना चाहिए, अहंकार करने से बुद्धि क्षीण हो जाती है । अहंकार करने वाला व्यक्ति कभी भी सुखमय जीवन व्यतीत नहीं कर सकता, अहंकार के चलते रावण ने अपने वंश का नाश करवा लिया । इसी कृत्य के चलते रावण का स्थान स्थान पर पुतला दहन किया जाता है । वहीं सत्य निष्ठा की राह पर चलने के कारण परम तपस्वी भगवान् परशुराम प्राय:कर सभी जगह पूज्यनीय हैं ।

  सोमवार को कोसीकलां के अजीजपुर सीमांत स्थित श्री जी निकुंज परिसर में चल रही श्री गोपेश्वर गोपी शिव महापुराण के चतुर्थ दिवस भागवत भूषण विश्व विख्यात वक्ता पंडित प्रदीप मिश्रा ने पांडाल व् उसके चहुँओर खड़े असंख्य श्रद्धालु भक्तों को कथा श्रवण कराते हुए उन्हें नेकी की राह पर सदमार्ग ग्रहण करने को प्रेरित किया ।

  उन्होंने इसी संदर्भ में भगवान परशुराम व् रावण के चरित्र का बखान किया और कहा कि गलत नीयत की वजह से रावण का कुटुंब नाश हो गया, वहीं भगवान परशुराम ने पिता के आदेश पर माँ का शीश धड़ से अलग कर दिया और वरदान में पुनः माँ को जीवित करने का  संकल्प प्राप्त कर लिया । इसी कारण से जहां रावण को भला बुरा कहा जाता है और चौराहे चौराहे पर उसका पुतला दहन किया जाता है, जबकि भगवान परशुराम को अधिकांश जगह पूज्य स्थान में विराजित किया जाता है । कहने को तो दोनों ही ब्राह्मण हैं लेकिन कर्म विपरीत है।

  बृज की महिमा अपरंपार है यहां बड़े बड़े ऋषि महर्षि संतों देवी देवता यक्ष गंधर्व आदि ने पूजा अर्चना करके मुक्ति की राह के लिए स्थान प्राप्त किया है । उक्त वक्तव्य गोपेश्वर गोपी शिव महापुराण के मर्मज्ञ पंडित प्रदीप मिश्रा ने व्यास पीठ से कहे। उन्होंने बताया कि एकबार श्रीकृष्ण से गोपियों ने रामेश्वर तीर्थ दर्शन की अभिलाषा जताई । इस पर योगीराज भगवान श्रीकृष्ण ने भगवान भोलेनाथ का आव्हान किया और उन्हें यहीं बृज चौरासी कोस में निवासरत होने को कहा । भगवान शिव यहां रामेश्वर महादेव के रूप में विराजमान हैं। जो भी भक्त सच्चे मन से उनकी पूजा करता है।भगवान महादेव उसके सब कष्ट हर लेते हैं ।

  कथा के समापन पर मुख्य यजमान सुभाष चंद बांसईया, रेनू बांसईया, सौरभ बांसईया व् सोनल बांसईया के साथ कथा श्रवण को श्री गिरिराज धाम से पधारे सियाराम बाबा, श्री जी धाम बरसाना के भागवत व्यास राधा कृष्ण शास्त्री व् राधा माधव मंदिर के महंत चैतन्य दास महाराज आदि विशिष्ट जनों ने आरती उतारी ।

सुगम इंतजामात की श्रद्धालु कर रहे तारीफ।

- प्रशासनिक मशीनरी मुस्तैदी से संभाल रही व्यवस्था।

कोसीकलां (मथुरा) । श्री गोपेश्वर गोपी शिव महापुराण कथा के भव्य आयोजन की हर कोई तारीफ़ कर रहा है । कथा परिसर में बैठने के सुगम इंतजाम व् आयोजक मंडल के सदस्यों (शिव भक्त परिवार) द्वारा भक्तों के लिए पीने के पानी व् प्रसाद व्यवस्था तथा दूर दराज से आये श्रद्धालुओं के रहने के भी उचित प्रबन्ध किये गए हैं । वहीं पुलिस प्रशासन भी मुस्तैदी से अपनी कर्तव्य निष्ठा का निर्वहन करता हुआ दिखाई दे रहा है । जिलाधिकारी शैलेंद्र कुमार सिंह व् पुलिस कप्तान शलभ पांडेय स्वयं मॉनिटरिंग कर रहे हैं ।

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रिपोर्ट-बी.एस.शर्मा'उपन'।