जनहित सामाजिक सेवा संस्थान द्वारा रक्तदान शिविर आयोजित



हिन्दुस्तान वार्ता। ब्यूरो

आगरा: जनहित सामाजिक सेवा संस्थान द्वारा ब्लड डोनेशन कैंप का आयोजन अमृत चैरिटेबल ब्लड केंद्र के तत्वावधान में प्रतापपुरा स्थित बोन हॉस्पिटल में किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ गणेश जी की प्रतिमा के सामने दीप प्रज्वलन करके किया गया। आयोजन का शुभारंभ संयुक्त रूप से मुख्य अतिथि डॉ.डी.वी.शर्मा जी,शंभू नाथ चौबे एवं डॉ. हेमेंद्र पाठक (एड.) ,विशिष्ट अतिथि पुष्पेंद्र कुमार (प्रभारी साइबर क्राइम) ने श्री गणेश जी के समक्ष द्वीप प्रज्वलन एवं माल्यार्पण कर किया। 

पुष्पेंद्र जी ने रक्तदान वीरों को सर्टिफिकेट एवं पानी की बोतल उपहार स्वरूप प्रदान की।

डॉ.डी.वी. शर्मा ने बताया कि रक्तदान महादान है सभी को रक्तदान के लिए प्रेरित होना चाहिए। संस्था महासचिव सोनी त्रिपाठी ने कहा कि रक्तदान करने से तनाव कम होता है,एक स्वस्थ हृदय और संवहन प्रणाली भी अच्छी रहती है। अक्सर ब्लड डोनेट करने से ब्लड प्रेशर और दिल के दौरे का जोखिम भी कम हो सकता है, यदि एक पुरुष रक्तदान करता है तो वह 90 दिन के बाद ही दोबारा ब्लड दे सकता है। अगर महिला रक्तदान करती है तो 120 दिन के बाद ही दोबारा ब्लड डोनेट कर सकती है। रक्तदान करने वाले व्यक्ति का हीमोग्लोबिन लेवल 12.5 से ज्यादा या बराबर होना चाहिए। कुछ लोगों में ऐसा भ्रम है कि ब्लड डोनेट करने से कमजोरी आ जाती है या फिर कई बीमारियां लग सकती है जो कि पूरी तरह से गलत धारणा है। रक्तदान हम सभी की सामुदायिक जिम्मेदारी है, रक्तदान करने से रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है, कोलेस्ट्रॉल संतुलित रहता है, नए ब्लड सेल्स बनने लगते हैं, कैंसर जैसे घातक रोग के होने का खतरा भी कम होता है। ब्लड डोनेशन के बाद खूब सारा पानी पीना चाहिए, खुद को हाइड्रेट रखें,आराम करें और आयरन का सेवन बढ़ा दें। दूध और दही का सेवन भी जरूर करें। एंटीऑक्सीडेंट युक्त डाइट आपकी जल्दी रिकवरी में मदद करेगी। चक्कर या कमजोरी महसूस होने पर आप डॉक्टर से भी संपर्क कर सकते हैं ।

 कार्यक्रम समापन में धन्यवाद ज्ञापन किरन कुमार द्वारा किया गया। इस अवसर पर संस्था महासचिव सोनी त्रिपाठी,किरन कुमार ,पल्लवी पाठक,डॉ.डी.वी.शर्मा, डॉ श्वेता चतुर्वेदी ,शिवम शुक्ला, अमृत चैरिटेबल ब्लड सेंटर के निदेशक मुनीश शर्मा, डॉ समीर शर्मा ,विवेक शर्मा, शिवम सारस्वत, हिरदेश शर्मा,अमित ,सौरव लवानिया आदि उपस्थित रहे।