हिन्दुस्तान वार्ता। ब्यूरो
आगरा। योगदा सत्संग ध्यान केंद्र आगरा की ओर से परमहंस योगानन्द जी की शिक्षाओं पर क्रिया योग के द्वारा चिंतामुक्त जीवन पर साधना समागम पर व्याख्यान आयोजित किया। कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य वक्ता स्वामी अच्युतानंद जी,स्वामी आम्यमानंद,स्वामी आदित्यानन्द,पुलिस उपआयुक्त केशव चौधरी और अध्यक्ष किरण यादव ने द्वीप प्रवज्जलित कर किया। समागम का प्रारम्भ स्वागत वंदना गीत से हुआ।
इस अवसर पर स्वामी अच्युतानंद जी ने कहा कि जीवन का उद्देश्य अंतिम लक्ष्य को प्राप्त करना है। एक समय था तब हम तामस में दबे हुए थे अब हमारे जीवन में कुछ करने कि उमंग है। तामस में बाहर से बहुत अच्छा लगता है। अभी हमें उठना है,जागना है और हमारे अंदर जो संभावनाएं छिपी है उसका अनुभव करना है। जब अनुभव करेंगे तो डरेंगे नहीं। क्रिया योग का उद्देश्य आध्यात्मिक चेतनाओं को जगाना है क्रिया योग विज्ञानं आग कि तरह फ़ैल रहा है। हमे सिद्ध कर अपने स्प्रीयूएल साइंस को जाग्रत करना है।
जीवन का लक्ष्य आनंद की खोज :
जीवन का लक्ष्य आनंद की खोज करना है। आनंद के नाम पर विषपान करते हैं। सही आनंद पाना हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है। जगत आनंदमय है,हम आनंद में जीते है और आनंद में ही हम मर जाते हैं। हम सचिदानंद चाहते हैं। क्रिया योग का स्वरूप चिरानन्द है।
हमारे अंदर असीम शक्ति का भण्डार :
स्वामी अच्युतानंद जी ने कहा कि हम जो चाहते हैं वो नहीं मिलता है। जबकि हमारे अंदर असीम शक्ति का भण्डार है। हम अपने को जिस चेतना में रखते है उसका असली स्वरूप आत्मा है। अनेक के पीछे एक होता है। अपनी एनर्जी को दूसरी दिशा में ले जाइये। जब हम योगसत होते है तो हम संतुलित स्थिति में होते है।
अपने को बनाएं निर्लिप्त :
स्वामी अच्युतानंद जी ने कहा कि हमें अपने को निर्लिप्त बनाना चाहिए। निर्लिप्तता की अवस्था चेतना का स्तर है। धर्म की चिरन्तर धारा के साथ जुड़ना है। चिंता का कारण क्रोध है।अपने अंदर की अज्ञानता को जब दूर करेंगे तब ही हम ज्ञान को प्राप्त करेंगे।क्रिया योग से अपने अंदर की समझ को पैदा करना है।
विश्वास पर नहीं टिका धर्म :
माया का जो दुष्कर्म झेल रहे वो हमें मदद करेंगे।माया में अपने स्वरूप को प्रतिबिम्ब के रूप में देखेंगे तो अहंकार कहलाता है। क्रिया योग कोई भी इंसान कर सकता है। वैज्ञानिक दृष्टिकोण से धर्म को देखिये। धर्म विश्वास पर नहीं टिका इसे अपने अंदर अनुभव करके परखिये।संचालन डॉ.विद्यावती द्विवेदी ने किया।
इस अवसर पर अध्यक्ष किरण यादव, ललिता शर्मा,आर.के. शर्मा,आर.एस. राना,आर.एस.भदौरिया,अमित मिश्रा,यागवेंद्र प्रताप सिंह,रेखा गुप्ता,सौमित्र शर्मा,संजीव यादव,लोविना यादव,वंदना यादव आदि मौजूद रहे।