आगरा मण्डल व्यापार संगठन,कार्यालय पर साइबर सुरक्षा कार्यशाला आयोजित



हिन्दुस्तान वार्ता।ब्यूरो

आगरा। आगरा मण्डल व्यापार संगठन के मीनाक्षी टावर स्थित कार्यालय पर 11 मार्च को साइबर अपराध रोकने के लिए एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में साइबर थाने से इंस्पेक्टर बलवीर सिंह, SI देवेंद्र कुमार, SI अंकुर गौतम, SIUT श्रुति गुप्ता, SIUT नीतू तोमर,विकास नागर,जावेद, साहिल सक्सेना आदि अधिकारी उपस्थित हुए।

उक्त कार्यशाला में SI देवेंद्र कुमार व SI अंकुर गौतम ने संगठन के सदस्यों को वर्तमान में हो रही साइबर धोखाधड़ी से बचाव के बारे में बताया।

उन्होंने पोंजी स्कीम संबंधी धोखाघड़ी से बचाव करें जैसे उन योजनाओं पर ध्यान ना दें जो कम समय में आपको बेहतर रिटर्न का वादा कर रही है। हमेशा केवल सेबी रजिस्टर्ड या अधिकृत मध्यस्थ के साथ काम करें। किसी अनजान मेल द्वारा निवेश,नौकरी के ऑफर के नाम पर निजी जानकारी मांगी है तो उसे भूल कर भी जवाब ना दे।। भ्रामक मेल और रातो रात अमीर बनने वाली योजना से बचकर रहे। टेलीग्राम व व्हाट्सएप पर फर्जी वेबसाइट लिंक के माध्यम से निवेश न करें।

उन्होंने यह भी बताया कि आजकल बिजली बिल जमा करने के नाम पर भी काफी फ्रॉड हो रहा है, उसमें भी सावधानी रखें। सोशल मीडिया के माध्यम से होने वाले फ्रॉड के बारे में भी बताया कि किसी अनजान व्यक्ति को सोशल मीडिया पर मित्र ना बनाएं। सोशल साइट पर किसी व्यक्ति से बातचीत कर शुरू करने से पहले उसके बारे में अच्छी तरह से जानकारी कर लें। अनजान नंबरों या व्यक्ति द्वारा किए गए वीडियो कॉल को रिसीव ना करें।सोशल मीडिया पर कभी अश्लील फोटो या वीडियो शेयर ना करें।किसी अनजान लिंक पर क्लिक न करें।सोशल मीडिया के माध्यम से मांगे गए पैसों का भुगतान करने से पहले वास्तविक व्यक्ति को कॉल करके सत्यापित कर ले।अपनी व्यक्तिगत जानकारी जैसे मोबाइल नंबर ईमेल आईडी और मित्र की सूची को जनता के लिए खुला ना रखें प्राइवेसी लगाकर रखें। अगर किसी अनजान स्रोत से लगातार मैसेज आ रहे हैं तो उसे ब्लॉक कर दें। सेक्सर्टसन से संबंधित मामलों में साइबर अपराधियों द्वारा फेसबुक ट्विटर व यूट्यूब आदि सोशल मीडिया के अधिकारी व विभिन्न सरकारी संस्थानों सीबीआई,स्थानीय पुलिस,साइबर पुलिस आदि के अधिकारी बनकर धमकाते हुए पैसों की मांग की जाती है तो साइबर अपराधियों के झांसी में ना आए और उनके धमकाने पर पैसे ना भेजें।अपने सोशल मीडिया खाते को दोहरी प्रमाणीकरण द्वारा सुरक्षित करें।

उन्होंने वित्तीय लेनदेन संबंधी साइबर धोखा कड़ी से बचाव के लिए बताया कि कभी किसी से ओटीपी शेयर ना करें।  किसी अनजान स्रोत से प्राप्त लिंक पर क्लिक न करें। किसी अनजान स्रोत से मैसेज या कॉल प्राप्त होने पर सतर्क रहें और दिए गए किसी नंबर पर कॉल करने से बचे। मैसेज प्राप्त होने पर बैंक/ कंपनी की अधिकृत वेबसाइट के माध्यम से यह सुनिश्चित करे कि वह बैंक कंपनी का अधिकृत नंबर है कि नहीं। किसी अज्ञात व्यक्ति के कहने पर कोई स्क्रीन शेयरिंग ऐप इंस्टॉल ना करें। साइबर अपराधियों द्वारा ट्रेजरी ऑफिसर बनाकर पेंशन सेटल करने के नाम पर पेंशनरों को कॉल किया जाता है ऐसी कॉल से बचे हैं। गैर 'https' वेबसाइट पर लॉगिन कर ट्रांजैक्शन ना करें। क्यूआर कोड का स्कैन पैसे भेजने के लिए किया जाता है ना कि पैसे प्राप्त करने के लिए। अतःक्यूआर कोड के माध्यम से पैसे प्राप्त करने के झांसे से भी बचे और फिर भी अगर किसी के साथ कोई साइबर अपराध हो जाता है तो तुरंत हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करें हम आपकी सेवा में सदैव तत्पर रहेंगे।

साइबर थाने से आए हुए अधिकारियों ने यह भी बताया कि जो ऑनलाइन वर्क फ्रॉम होम फ्रॉड से भी बचे उन्होंने बताया कि ऑनलाइन जॉब हमेशा प्रमाणित जॉब पोर्टल पर ही तलाश करे बिना सत्यता की जांच किए किसी भी ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर अपने निजी दस्तावेज अपलोड ना करें। इसके अलावा सरकारी योजनाओं के नाम पर भी आजकल काफी फ्रॉड हो रहा है उससे भी अपना बचाव रखें तथा किसी को भी अपनी ओटीपी शेयर न करें और भी कई जानकारियां संगठन के उपस्थिति पदाधिकारी व सदस्यों को दी।

उक्त कार्यशाला में उपस्थित लोगों ने अपने-अपने साथ हुए धोखो को भी उनके साथ शेयर किया तब अधिकारियों ने उनको आश्वासन दिया कि आप हमसे मिले हम आपकी पूरी सहायता करेंगे।

उक्त बैठक में संगठन के पवन बंसल,चरणजीत थापर,राजेश गोयल,राजीव गुप्ता,दिनेश कुमार जैन,बबल नारंग, प्रदीप कुमार लूथरा,गुरदयाल सिंह बेदी, रिंकू अग्रवाल,अमित अग्रवाल,जय मंगल, सत्येंद्र पांडे एडवोकेट,चरणजीत सिंह टिम्मा,राजकुमार अग्रवाल,श्रीमती नीतू अग्रवाल,नितिन अग्रवाल,सौरभ अग्रवाल, राहुल अग्रवाल,निखिल अग्रवाल आदि उपस्थित हुए।