हिन्दुस्तान वार्ता। ब्यूरो
आगरा : शारदा विश्वविद्यालय आगरा के आनंद स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एण्ड टेक्नोलॉजी के अंतर्गत ए आई एण्ड साइबर सिक्योरिटी कांक्लेव 2025 का सफलता पूर्वक आयोजन किया गया।कार्यक्रम में प्रतिष्ठित शिक्षाविदों,शोधकर्ताओं और नियामक विशेषज्ञों ने अभूतपूर्व प्रगति सहयोगी अवसरों और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और साइबर सिक्योरिटी क्षेत्र के भविष्य पर चर्चा की।
कॉन्क्लेव का शुभारंभ मुख्य अतिथि सांसद राजकुमार चाहर,विशिष्ट अतिथि प्रोफेसर अनुराग सिंह (एन.आइ.टी) दिल्ली,श्री अनुभव पैट्रिक ग्लोबल इन्फोटेक लिमिटेड,श्री आर.वी.एस मणि(रिटायर आईएएस), डॉ.अरुण राज. टी.आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ़ इंडिया,गेस्ट ऑफ ऑनर वरुण आर.जी,प्रो चांसलर शारदा विश्वविद्यालय आगरा श्री वाई.के.गुप्ता और कुलपति प्रोफेसर (डॉ.) जयंती रंजन ने मां शारदा के समक्ष दीप प्रज्वलित करके किया।
मुख्य अतिथि सांसद महोदय ने सभी को कॉन्क्लेव की बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि छात्रों और युवाओं को ए आई और साइबर सुरक्षा में नवीनतम कौशल और ज्ञान में निपुण होना आवश्यक है। सभी छात्र अपना लक्ष्य निर्धारित करें और उस पर फोकस करें। हमें निरंतर आगे बढ़ते रहना है और प्रधानमंत्री श्री मोदी जी के डिजिटल इंडिया सपने को साकार करना है।
विशिष्ट अतिथि आर.वी.एस मणि ने सभी को बधाई देते हुए कहा कि शारदा विश्वविद्यालय विद्यार्थियों के लिए सभी आधुनिक सुविधाओं और नवाचार से सुसज्जित विश्वविद्यालय है।जहां पढ़ कर हम अपने सपनों को नई उड़ान दे सकते हैं।जो आप लोगों ने सोचा है उसे पा सकते हैं। जरूरत है निरंतर मेहनत करने की AI में प्रगति के साथ स्वास्थ्य सेवा, वित्त, ऑटोमोटिव और अधिकांश उद्योगों जैसे कई डोमेन प्रभावित हो रहे हैं। यह अनुमान है कि AI सॉफ्टवेयर विकास प्रक्रिया में कई लाभ लाएगा और साइबर सुरक्षा में भी हम मजबूत होंगे।
प्रो.चांसलर ने बधाई देते हुए कहा कि एआई और साइबर सुरक्षा कॉन्क्लेव 2025 एक हाइब्रिड इवेंट है,जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और साइबर सुरक्षा के संगम पर ध्यान केंद्रित करता है।इस इवेंट का उद्देश्य इन प्रौद्योगिकियों के उद्योगों,सुरक्षा और नवाचार पर परिवर्तनकारी प्रभाव का अन्वेषण करना है।विशेष रूप से भारत के डिजिटल सशक्त राष्ट्र के दृष्टिकोण के संदर्भ में,इस प्रकार के और भी इवेंट हम भविष्य में करते रहेंगे। कुलपति प्रोफेसर (डॉ.) जयंती रंजन ने संबोधित करते हुए कहा कि कॉन्क्लेव में एआई और साइबर सुरक्षा के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार पूर्वक चर्चा होगी। जिसमें खतरों का पता लगाने,भेद्यता विश्लेषण ओर घटना प्रतिक्रिया में इसकी भूमिका शामिल है। एआई और साइबर सुरक्षा इस बात पर प्रकाश डालेगा कि कैसे एआई सुरक्षा उपायों को बढ़ाने,संभावित खतरों की भविष्यवाणी करने और प्रक्रियाओं को स्वचालित करने के लिए उपयोग किया जा सकता है।
शारदा विश्वविद्यालय आगरा मोदी जी के मिशन गरीब,किसान,युवा और महिला को मजबूत करने के लिए हर तरह से प्रयासरत है। शारदा विश्वविद्यालय आगरा में शिक्षा और संस्कार एक साथ देने का कार्य किया जाता है। कॉन्क्लेव कन्वीनर प्रोफेसर (डॉ) आर.स्वामीनाथन ने बताया कि कॉन्क्लेव एआई-संचालित साइबर सुरक्षा समाधानों से जुड़े संभावित जोखिमों और चुनौतियों का भी समाधान करेगा,जैसे कि एआई का विरोधी उपयोग।यह कांक्लेव सहयोग और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए विचार नेताओं,उद्योग विशेषज्ञों,सरकारी प्रतिनिधियों और प्रौद्योगिकी अग्रदूतों को एक साथ लाने का प्रयास करता है। कॉन्क्लेव इंजीनियरिंग छात्रों,शोध विद्वानों, शैक्षणिक संस्थानों,अनुसंधान और विकास संगठनों और उद्योगों से मूल शोध योगदान का स्वागत करता है।
इस अवसर पर कार्यवाहक कुलसचिव,डीन स्टूडेंट वेलफेयर प्रोफेसर आदि समस्त डीन,डायरेक्टर्स,विभागाध्यक्ष, टीचर्स, स्टूडेंट्स एंड स्टाफ उपस्थित रहे। इस उपलब्धि पर शारदा विश्वविद्यालय आगरा के कुलाधिपति पी.के.गुप्ता ने बधाई और शुभकामनाएं प्रेषित कीं।