हिन्दुस्तान वार्ता।ब्यूरो
आगरा : महाकवि सूरदास जी की जयंती पर रसरंग के तत्वावधान में सूर संध्या का आयोजन मिनी लैंड स्कूल बाग मुजफ्फर खां में किया गया। आयोजन का शुभारंभ मोहन सिंह की सरस्वती वंदना से हुआ ।
इस अवसर पर सुशील सरित लिखित महाकवि सूरदास पुस्तक का लोकार्पण किया गया।
प्रभु मेरे अवगुण चित ना धरो नेहा ने, कहन लगे मोहन मैया मैया ,मधुकर श्याम हमारे चोर ,को कुमारी पूजा तोमर और सुशील सरित ने प्रस्तुत किया। लवेश अग्रवाल ने अर्जुन ने - मैया मोरी मैं नहीं माखन खायो प्रस्तुत किया ।अध्यक्षता करते हुए डॉक्टर राजेंद्र मिलन ने कहा सूरदास कालजयी रचनाकार हैं। कृष्ण की बाल लीलाओं को उन्होंने इस तरह प्रस्तुत किया है कि यह स्वीकार करना मुश्किल हो जाता है कि वह नेत्रहीन थे। मुख्य अतिथि दुर्ग विजय सिंह दीप ने कहा सूरदास की भक्ति नवधा भक्ति का प्रत्यक्ष उदाहरण है । रमा वर्मा, डॉ सुषमा सिंह ,मोहन सिंह, हरीश भदोरिया, असीम आनंद, चंद्रशेखर शर्मा, इंदल सिंह इंदु, हरीश अग्रवाल ढ़पोर शंख, ब्रजेश, मोहनसिंह आदि ने भी रचनाओं का पाठ किया।प्रोफेसर आन्शवना सक्सेना ने सूर के काव्य में संगीत तत्व पर प्रकाश डाला। संयोजन इंदू वाला सक्सेना ने किया। धन्यवाद भाग्य श्री संपदा सक्सेना ने दिया।
रिपोर्ट - असलम सलीमी