सिविल एयरपोर्ट के दूसरे चरण का कार्य शीघ्र शुरू

 


पेड़ों की शिफ्टिंग और लगभग चार  हजार पेड़ लगाए गए,क्लीयरेंस सर्टिफिकेट’शीघ्र

हिन्दुस्तान वार्ता।ब्यूरो

आगरा एयरपोर्ट (नया सिविल एयरपोर्ट) को बनाये जाने का कार्य तेजी के साथ चल रहा है, इसके निर्धारित समय सीमा के भीतर पूरा हो जाने की संभावना है।वर्तमान में फेस -1 पर कार्य केन्द्रित है,जबकि जून महीने में फेस-2 के लिये निर्धारित कार्य शुरू हो जायेंगे।दूसरे चरण के तहत मुख्य रूप से रनवे को बनाये जाने का कार्य होना है।यह रनवे एयरफोर्स स्टेशन आगरा  के रनवे से कनेक्टिविटी वाला होगा। 

सिविल एन्क्लेव के इस भाग को एयर फोर्स को हस्तांतरित करना होगा। वायुसेना  के द्वारा इस संबंध में एयरपोर्ट अथॉरिटी के संबधित अधिकारियों को अवगत करवाया जा चुका है। फेस -2 के इस भाग में बनाये जाने वाली निविदा   30 मई, 25 को खुलेगी और इस कार्य को जून, 25 तक अवार्ड कर दिया जायेगा।इस कार्य के लिये 12 निविदाएं हैं। सफल बोलीदाता को  एक साल के भीतर कार्य पूरा करना होगा। 

फेस-2 का कार्य शुरू करने से 121 वृक्षों का स्थानांतरण पूरा कर लिया गया है।इन पेड़ों के अलावा करीब 300 पेड़ काटे जाने के संबंध में भी औपचारिक कार्यवाही पूरी हो चुकी है।  यूपी सरकार ने पेड़ लगाने के लिए 10 एकड़ जमीन दी हैं और धन उपलब्ध करवाया है। इस धन से दस गुना यानी 3000  पेड़  लगाये जाने का कार्य हो गया है। यही नहीं डीएफओ आगरा को अब केवल इन पेडों को लगाने की पुष्टि करनी है।यह कार्य भी संभवत: दूसरे चरण के कार्य को शुरू होने से पूर्व हो जायेगा।   

लिये 10 10 जून 2025 को दूसरे चरण के कार्यों को शुरू करवाये जाने से पूर्व  पर्यावरण स्वीकृति की अनिवार्य औपचारिकता ‘जन सुनवाई’ होगी।

योजना की जानकारी वाला बोर्ड लगा :

 सिविल सोसाइटी ऑफ़ आगरा  द्वारा सिविल एन्क्लेव /सिविल एयरपोर्ट परियोजना  के बारे में सटीक जानकारी दिये जाने के लिए एयरपोर्ट अथॉरिटी की ओर से एक आधिकारिक बोर्ड लगाये जाने की मांग की गई थी, जिसे के पूरा कर दिया गया है।यह बोर्ड नये सिविल एन्क्लेव के निर्माण स्थल के मुख्य द्वार पर लगवाया गया है और सूचनाओं में अगर कोई बदलाव होता है तो उनके अनुरूप बोर्ड में संशोधन भी आंकित किये जाते रहेंगे।सिविल सोसायटी ऑफ़ आगरा  ने अनुरोध किया कि ये बोर्ड शिल्पग्राम (ताजगंज) और जन आवा जाही के सहज पहुंच स्थल कलेक्ट्रेट या नगर निगम परिसर में भी लगवाये जायें। 

सिविल सोसायटी ऑफ़ आगरा  ने यह भी अनुरोध किया कि विभिन्न पर्यटन संघों या उद्यमियों के सहयोग से अन्य उपयुक्त स्थलों पर भी बोर्ड लगवाये जायें।जिस पर प्रोजेक्ट मैनेजर ने कहा कि अगर कोई संगठन इसके लिये प्रस्ताव करता है तो उस पर वह विचार करने को सहमत हैं।यही नहीं बोर्ड पर आंकित करने के लिये अपेक्षित सूचनायें आधिकारिक रूप से उपलब्ध करवा देंगे।  

जमीन हस्तांतरण बाउंड्री वाल बनना शुरू :

सिविल एन्क्लेव के दूसरे चरण के लिए, चिन्हित जमीन राज्य सरकार ने अधिग्रहण कर एयरपोर्ट अथॉरिटी को हस्तांतरित कर दी है, अब इस जमीन को बाउंड्री में घेरे जाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। यही नहीं इसके लिये 6.28 करोड़ की राशि भी शासन ने उपलब्ध करवा दी है। परिसर को वाऊंडी वाल में लेने की प्रक्रिया के फलस्वरूप एक सड़क भी दायरे में आयेगी ।राज्य सरकार को इस सड़क के विकल्प के रूप में गांव वालों की सुविधा के लिये वैकल्पिक सडक भी बनानी है । इसके लिए जमीन चिन्हित की जा चुकी है और जिला प्रशासन को राज्य सरकार की किसी कार्यदाई एजेंसी से इस सड़क को बनवाना है।

 सिविल सोसायटी ऑफ़ आगरा ने जनप्रतिनिधियों से आग्रह किया है कि  मानसून शुरू होने से पूर्व ही सड़क को बनवाने का कार्य शुरू कर दिया जाए,जिससे मौजूदा सड़क के सिविल एन्क्लेव के दायरे में आने से पूर्व ही नई सड़क बन जाये।एक स्मरण पत्र भी सिविल सोसायटी ऑफ़ आगरा  की ओर से क्षेत्र से संबंधित जनप्रतिनिधियों को भेजा जा रहा है। 

टर्मिनल बिल्डिंग के 70 पिलर खड़े हुए :

आधिकारिक तौर पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार  सिविल एन्क्लेव के निर्माण का कार्य भूतल के कार्य शुरू करवाये जाने के उपयुक्त हो चुका है।400 पिलर्स में से 70 पिलर जिन पर टर्मिनल भवन को बनाया जायेगा,ये सभी पिलर  ‘मेट्रो पिलर ‘ के मानकों के समरूप हैं।

फेस -2 की क्लीयरेंस :

सिविल सोसायटी ऑफ़ आगरा  ने जनप्रतिनिधियों से अनुरोध किया है,जो बाधाएं अब फेस -1 या फेस -2 की क्लीयरेंस करने की रह गई हैं,उन्हें यथाशक्ति दूर करवाये।क्यों कि सिविल एयरपोर्ट के निर्माण का महत्वपूर्ण चरण अब शुरू हो चुका है,इसको अनवरत जारी रखवाने को जनप्रतिनिधियों का शासन,प्रशासन खासकर ग्रामीण अभियंत्रण सेवा के अधिकारियों से निरंतर संपर्क जरूरी है। भारी मुनाफे की उम्मीद :

आगरा के नागरिकों के बीच एक मजबूत धारणा है कि सिविल एयरपोर्ट आगरा,जो कि महान चिंतक और राजनीतिज्ञ पं. दीन दयाल उपाध्याय की स्मृति से जुड़ी परियोजना है ,जब भी बन कर तैयार होगा  प्रदेश का एकमात्र मुनाफा कमाने कर देने वाला साबित होगा।वर्तमान में उत्तर प्रदेश के सभी सिविल एयरपोर्ट बेहद घाटे में हैं। अधिकांश हवाई सेवाएँ केवल रीजनल एयर कनेक्टिविटी योजना के तहत संचालित हैं।सिविल सोसाइटी ऑफ़ आगरा के प्रतिनिधि मंडल में राजीव सक्सेना,अनिल शर्मा,असलम सलीमी एवं कांति सम्मिलित थे।

रिपोर्ट- असलम सलीमी