गोवा में आयोजित अंतरराष्ट्रीय आयुष सम्मेलन 2 में शामिल हुए देश-विदेश के 150 से अधिक वैद्य
हिन्दुस्तान वार्ता। ब्यूरो
आगरा। पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने के उद्देश्य से वैद्य समन्वय एवं सहयोग हेतु अंतरराष्ट्रीय परिषद (सिविक) द्वारा विगत दिनों गोवा स्थित आईटीसी भाग्य रिसॉर्ट में अंतरराष्ट्रीय आयुष सम्मेलन 2 का भव्य आयोजन किया गया। तीन दिवसीय इस सम्मेलन में भारत के 18 राज्यों और कई देशों से आए 150 से अधिक आयुष चिकित्सकों ने सहभागिता की,जिसमें आगरा शहर के 15 चिकित्सकों को भी उनके योगदान के लिए सम्मानित किया गया।
मुख्य अतिथि रेजिनाल्डो लौरेन्सी (सदस्य,गोवा विधान सभा एवं अध्यक्ष, गोवा औद्योगिक विकास निगम), रामप्पा टीआर (राष्ट्रीय अनुसूचित जाति, जनजाति एवं पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष,उपभोक्ता कार्य मंत्रालय), डॉ. सोमशेखर के. (राजनयिक, अमेरिका स्थित विश्व शांति स्नातकोत्तर विश्वविद्यालय), डॉ. शोनित भट्ट (भारत विभाग के प्रतिनिधि) ने सम्मेलन की सराहना करते हुए कहा कि यह आयोजन आयुष चिकित्सकों को नई दिशा एवं पहचान देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।
सम्मेलन के विशेष सत्रों में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) के माध्यम से आयुष क्षेत्र में नवाचार, अनुसंधान, कौशल विकास तथा रोगियों के अनुभवों पर चर्चा की गई। वरिष्ठ चिकित्सकों ने अपने व्यावहारिक अनुभव साझा किए।
परिषद के संस्थापक डॉ.एमएम कुरैशी ने बताया कि इस आयोजन में हील स्वास्थ्य केंद्र और अभिषेक जैन का ज्ञान सहयोगी के रूप में विशेष योगदान रहा। सम्मेलन में परिषद ने घोषणा की कि भविष्य में देश के विभिन्न भागों में इस प्रकार के आयोजन किए जाएंगे ताकि आयुष चिकित्सकों को एक सशक्त मंच और राष्ट्रीय स्तर की पहचान प्राप्त हो सके।
इस अवसर पर डॉ.प्रकाश बसंतराव शिंदे, डॉ.संदीप शुक्ल (मुख्य चिकित्सा अधीक्षक लखनऊ,आयुष चिकित्सालय), डॉ.जयश्री (विभागाध्यक्ष, परुल विश्वविद्यालय),डॉ.निरूपमा,मुंबई, डॉ. ऋषि कपूर – हील स्वास्थ्य केंद्र, डॉ. एल. एन. मिश्रा, डॉ. ए. के. मिश्रा, डॉ. अविनाश सिंह,रमेश श्रीवास (काकाजी) आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।