मेले सामाजिक सद्भाव और सौहार्द के प्रतीक:प्रो.एस.पी. सिंह बघेल,केंद्रीय मंत्री।



- पचकुइयॉ के प्राचीन भुजरिया मेले में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम।

- मेले में बच्चों के साथ बड़ो ने भी लिया खूब आनन्द।

हिन्दुस्तान वार्ता। ब्यूरो

आगरा:विगत वर्षो की भॉति इस वर्ष भी पचकुइयॉ चौराहे पर प्राचीन भुजरिये मेले का आयोजन किया गया। मेले का शुभारम्भ केन्द्रीय मंत्री भारत सरकार प्रो0 एस0पी0 सिंह0 बघेल एवं कैबिनेट मंत्री उ0प्र0 सरकार योगेन्द्र उपाध्याय द्वारा किया गया। 

इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में विधायक श्री विजय शिवहरे, वरिष्ठ भाजपा नेता प्रमोद गुप्ता,अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष श्री अशफाक सैफी, सदस्य महिला आयोग निर्मला दीक्षित एवं प्रदेश उपाध्यक्ष महिला मौर्चा भाजपा बबिता चौहान, महानगर उपाध्यक्ष भाजपा राजकुमार गुप्ता, पार्षद रेनू गुप्ता आदि उपस्थित रहे।

इस मौके पर पचकुइयॉ व्यवसाय समिति के अध्यक्ष श्री मुनेन्द्र जादौन एवं आयोजन समिति के अन्य पदाधिकारियों ने समस्त अतिथियों का माल्यार्पण कर स्वागत किया एवं स्मृति चिन्ह भेंट किये। उद्घाटन के पश्चात पचकुइयॉ व्यवसाय समिति के अध्यक्ष श्री मुनेन्द्र जादौन द्वारा आगरा में समाज सेवा के क्षेत्र में नये आयाम स्थापित करने वाले विभिन्न सामाजिक संगठनों के निम्नलिखित प्रतिनिधियों को सम्मानित किया गयाः-

1 श्री राजीव सक्सेना शहर के विकास में योगदान के लिए।

2 श्री प्रदीप खंडेलवाल पर्यावरण के क्षेत्र में अनुकरणीय कार्य के लिए।

3 एस एन मेडीकल कॉलेज में साझा चूल्हा के जरिए निशुल्क भोजन सेवा के लिए (अनिल जैन)

4 श्रीविष्णु कटारा 44 साल से जीवन किरण संस्था के जरिए रक्तदान सेवा  के लिए। 

5 श्रीमती मोनिका अग्रवाल विद्या स्वरुप संस्था के जरिए निशुल्क शिक्षा उपलब्ध के लिए।

6 कुमारी आश्वी गांधी निर्धन लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए।

7 श्रीमती विनीता अरोड़ा मूक जानवर एवं पशुओं की सेवा के लिए।

8 सुश्री संगीता मलिन बस्तियों में महिलाओं से सम्बंधित कार्यों के लिए मेले में।

9 श्रीमती श्रुति सिन्हा साहित्य एवं सामाजिक सेवा के लिए।

10 श्रीमती प्रतिमा भार्गव कल्याणं फाउंडेशन के जरिए सामाजिक कार्याे के लिए।   

11 श्री चिन्ताहरण मन्दिर ट्रस्ट द्वारा संचालित अन्नपूर्णा रसोई (राजकिशोर गर्ग) के जरिए प्रतिदिन भोजन सेवा के लिए।

अध्यक्ष मुनेन्द्र जादौन ने बताया इस साल भुजरिया मेला आयोजन समिति ने मेंहदी और गीत प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया, जिसमें मेंहदी प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर पूजा,द्वितीय स्थान पर डोली एवं तृतीय स्थान पर अंजू रहीं। जबकि गीत प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर प्रेक्ता,द्वितीय स्थान पर लवली प्रजापति एवं तृतीय स्थान पर भक्ति रही।

अतिथिगणों ने मेले के शानदार आयोजन के लिये पचकुइयॉ व्यवसाय समिति के अध्यक्ष श्री मुनेन्द्र जादौन एवं कमेटी पदाधिकारयों को बधाई देते हुए कहा कि मेले सामाजिक सदभाव एवं सौहार्द के प्रतीक हैं जहॉ लोग जाति, धर्म, सम्प्रदाय से ऊपर उठकर एकजुटता के साथ शामिल होते हैं। भारतीय संस्कृति में मेलों का समृद्ध इतिहास है। बुजर्गो के मुताबिक पचकुइयॉ का प्राचीन भुजरिया मेला 100 वर्षो से भी ज्यादा पुराना है। 

मेले की शुरूआत से अब तक यह मेला भव्य रूप लेता जा रहा है। स्थानीय लोगों को हर साल इस मेले का बेसब्री से इन्तजार रहता है। अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधने के लिये बहनें मायके आयीं और अपने परिवार के साथ झूलों का आनन्द लिया,जमकर खरीददारी की और खान-पान के स्टाल पर लजीज व्यंजनों का स्वाद लिया हैं।

 मेले में हर बार की तरह इस बार भी आये ऑर्केस्ट्रा के कलाकारों ने एक से बढ़कर एक रंगारंग प्रस्तुति देकर लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया।  इस दौरान, कैलाश मंदिर के महंत श्री निर्मल गिरि महाराज, पचकुइयॉ व्यवसाय समिति के अध्यक्ष श्री मुनेन्द्र जादौन, संरक्षक डा0 जे0एस0 टण्डन, संरक्षक शैलेन्द्र सिकरवार, शान्तिदूत बंटी ग्रोवर ,सोमेन्द्र जादौन, जितेन्द्र शर्मा, दीवान सिंह, राजेश कुमार, लक्ष्मी नारायण शर्मा, मंयक जादौन, चौधरी कप्तान सिंह, बबिता पाठक, ज्योति जादौन, गुड्डू भाई, वी के दीक्षित, वंश जादौन आदि मौजूद रहे।