हिन्दुस्तान वार्ता।ब्यूरो
नई दिल्ली। एशियावन द्वारा एशियाई बिज़नेस एंड सोशल फोरम (ABSF) के 25वें संस्करण का आयोजन नई दिल्ली स्थित भारत मंडपम में भव्य रूप से संपन्न हुआ। इस अवसर पर डावर ग्रुप के चेयरमैन एवं एफमेक (AFMEC) अध्यक्ष पूरन डावर की हिंदी वायोग्राफी "संघर्ष ...सफलता से समर्पण तक " का लोकार्पण किया गया।
पुस्तक का लोकार्पण तंज़ानिया उच्चायुक्त ए.ई.अनीसा के.मबेगा,भारत सरकार के केंद्रीय राज्यमंत्री प्रो.एस.पी. सिंह बघेल, लेदर सेक्टर स्किल काउंसिल के कार्यकारी निदेशक संजय कुमार,जूता निर्यातक कुलदीप सिंह गुजराल,आकाश ग्रुप के चेयरमैन डॉ. जेसी चौधरी,एशियावन ग्रुप के चेयरमैन रजत राज शुक्ल,अभिषेक मेहरोत्रा और सौरभ मनचंदा ने संयुक्त रूप से किया।
वायोग्राफी पुस्तक का विमोचन करने के बाद कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए भारत सरकार के राज्यमंत्री प्रो.एस.पी.सिंह बघेल एवं विशिष्ट अतिथि तंज़ानिया की उच्चायुक्त ए.ई. अनीसा के.मबेगा ने अपने संबोधन कहा कि विकसित भारत की परिकल्पना को साकार करने में देश के उद्यमियों की भूमिका को नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता। आज आवश्यकता है कि देश के इन नायकों से आज की युवा पीढ़ी प्रेरणा ले।
डावर ग्रुप के चेयरमैन पूरन डावर की हिंदी भाषा में प्रकाशित वायोग्राफी युवाओं को संघर्ष से सफलता को आत्मसात करने की प्रेरणा देगी।
कार्यक्रम में अर्जेंटीना,कंबोडिया, इथियोपिया,गाम्बिया,आइसलैंड, जमैका,कज़ाख़स्तान,मलेशिया, मालदीव, मंगोलिया, मोंटेनेग्रो, नेपाल, पेरू, रवांडा, सेशेल्स, ट्यूनीशिया, तंज़ानिया, युगांडा और जिम्बाब्वे जैसे कई देशों के राजदूत और उच्चायुक्त शामिल हुए। इस दौरान भारत के साथ द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत बनाने को लेकर चर्चा हुई।
वहीं कार्यक्रम में रीजनल डायरेक्टर, सी.एल.ई. (नॉर्थ) अतुल मिश्रा, एडवाइजर पॉवर सेक्टर रवि आर्या,जूता निर्यातक कुलदीप सिंह गुजराल, सुशील सचदेवा और वरिष्ठ टीवी एंकर सौरभ मनचंदा,आईओएन भारत की एडिटर इन चीफ अर्चना सिंह विशेष रूप से मौजूद रहे।
ज्ञात हो कि इससे पूर्व पूरन डावर की अंग्रेजी भाषा में वायोग्राफी पुस्तक का बीते वर्ष दुबई में लोकार्पण हुआ था।यह किताब अमेज़न सहित कई ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स और देशभर के प्रमुख बुक स्टोर्स पर उपलब्ध है जो कि पाठकों द्वारा खूब पसंद की जा रही है।
भारत ने जूता निर्यात को बढ़ाने में निभाई बड़ी भूमिका :
पूरन डावर ने एक सफल जूता निर्यातक के रूप में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खास पहचान बनाई है। वे भारत सरकार में वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय की संस्था काउंसिल फॉर लेदर एक्सपोर्ट्स के उत्तरी क्षेत्र के चेयरमैन के रूप में लंबे समय से कार्यरत हैं। उनके नेतृत्व में भारत ने जूता निर्यात के क्षेत्र में लगातार तरक्की की है। समाज सेवा में भी उनकी भूमिका प्रेरणादायक रही है।
पुस्तक बताती है कैसे अभाव को सौभाग्य बनाकर पाया मुकाम :
पूरन डावर वायोग्राफी पुस्तक "संघर्ष ...सफलता से समर्पण तक" बताती है कि कैसे अभाव को सौभाग्य बनाकर उन्होंने मुकाम पाया,भारत-पाक विभाजन के संघर्षों के बीच एक शरणार्थी शिविर से हुई उनके परिवार की पुर्नस्थापना की शुरुआत के बाद आज वे अपनी मेहनत, दूरदर्शिता और संकल्प शक्ति के दम पर न केवल वैश्विक पहचान हासिल करने में सफल रहे अपितु युवाओं के लिए एक मिशाल बनकर उभरे। यह पुस्तक सिर्फ उनके व्यापार की नहीं, बल्कि शिक्षा, स्वास्थ्य और समाज सेवा में उनके योगदान के अनगिनत पहलू उजागर करती है।