आगरा ।उ.प्र.
प्राचीन भारतीय शिक्षा प्रणाली के पुनरुद्धारक,
गुरुकुल कांगड़ी के संस्थापक, 1902
राष्ट्रीय भाषा हिंदी के प्रबल पोषक
छुआछूत के निवारक,
घर वापसी व शुद्धि आंदोलन के जनक,
महान स्वतंत्रता सेनानी एवं वेदों के पुनरुद्धारक,
महर्षि दयानंद सरस्वती जी के महान शिष्य अमर हुतात्मा स्वामी श्रद्धानंद का बलिदान दिवस आर्य समाज नाई की मंडी में दिनांक 27/12/2020 दिन रविवार को बड़ी श्रद्धा के साथ मनाया गया। उस दौरान ऋषि लंगर का भी आयोजन हुआ।
इस अवसर पर आर्य जगत के सुप्रसिद्ध विद्वान आचार्य वागीश जी (गुरुकुल एटा) का प्रेरक उद्बोधन श्रवण करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ।
इस अवसर पर आर्य समाज नाई की मंडी के तत्वाधान में चलाई जा रही योजना, आओ व्यर्थ को सार्थक करें ,का शुभारंभ भी आचार्य बागीश जी के कर कमलों द्वारा निर्धन परिवारों में वस्त्र कंबल इत्यादि वितरण करके, सेवा के इस कार्य को गति प्रदान की गई।
ऐसे पावन अवसर पर
मनोज खुराना/ प्रधान
अनुज आर्य / मन्त्री
राजकुमार आहूजा/ कोषाध्यक्ष
अश्वनी दुबे/ संयोजक एवं
समस्त सदस्यों आदि की उपस्थिति प्रमुख थी।