आगरा।हि वार्ता
उ प्र राज्य महिला आयोग की सदस्य निर्मला दीक्षित ने आज सर्किट हाउस में महिला उत्पीड़न की घटनाओं की गहन समीक्षा एवं महिला जनसुनवाई की।
बैठक में सदस्य ने कहा कि आयोग की मंशा रहती है कि परिवार बसे, बिछड़ने न पाये। काउन्सलिंग कर लोगो को समझाये जाने पर विशेष बल दिया जाता है। लेकिन उत्पीड़न की घटनाओं पर तत्काल कार्यवाही की जाती है। प्रदेश सरकार प्रतिबद्ध है कि महिलाओं के साथ होने वाले हिंसक अपराधों के विरूद्ध त्वरित कार्यवाही की जाय। पीड़ित महिलाओं की रिपोर्ट लिखी जाय एवं उनको न्याय दिलाया जाय।
जनसुनवाई में कुल 10 पीड़ित महिलाओं ने अपनी समस्याओं से सदस्य को अवगत कराया, जिस पर उन्होंने सम्बन्धित अधिकारियों को त्वरित कार्यवाही करने के निर्देश देते हुए कहा कि पीड़ित महिलाओं की समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर निस्तारित किया जाय। जनसुनवाई में अधिकतर मामले दहेज, घरेलू हिंसा, घर से निकालने आदि से सम्बन्धित है।
सदस्य ने महिला हेल्पडेस्क एवं विभिन्न थानों में प्राप्त महिलाओं से सम्बन्धित शिकायतों पर की गई कार्यवाही की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने मिशनशक्ति के अन्तर्गत की जा रही विभिन्न गतिविधियों की भी समीक्षा कर, अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार कर महिलाओं को जागरूक करने पर बल दिया। उन्होंने कस्तूरबा विद्यालय में भी मिशनशक्ति के अन्तर्गत कार्यक्रम कराये जाने के निर्देश दिये।
बैठक में समाज कल्याण अधिकारी ने बताया कि शासन द्वारा तहसीलों में सुलह अधिकारी नियुक्त किये गये हैं। जिनको वृद्ध माता-पिता को घर से निकालने वाले परिवारजनों को समझाने तथा वृद्ध माता-पिता के भरण-पोषण हेतु भत्ता का निर्धारण करने का दायित्व सौपा गया है।