एमिटी विश्वविद्यालय द्वारा एक दिवसीय किसान प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन





हिन्दुस्तान वार्ता, नोयडा।अनिल दूबे।

एमिटी विश्वविद्यालय, नोएडा एवं कृषि विज्ञान केन्द्र मुज्जफरनगर के संयुक्त तत्वाधान से ग्राम चाँदपुर में आज एक दिवसीय कृषक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें प्रमुख रूप से जलवायु परिवर्तन से उत्पन्न किसानों के साथ चुनौतियों के बारे में जागरूक किया गया। इस, एमिटी खाद्य एवं कृषि फाउंडेशन की महानिदेशक, डा.नूतन कौशिक, मुजफ्फरनगर के कृषि विज्ञान केन्द्र के प्रभारी डा.ए.के.कटियार, मुजफ्फरनगर के कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक डा.ए.के.त्यागी, एमिटी खाद्य एवं कृषि फाउंडेशन के प्रिंसिपल एडवाइजर डा.आर.एस.एंटिल ने किसानों को जानकारी प्रदान की। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में 50 से अधिक किसानों सहित एमिटी व कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिकों ने हिस्सा लिया।


 


एमिटी खाद्य एवं कृषि फाउंडेशन की महानिदेशक डा.नूतन कौशिक ने किसानों को प्रमृख रूप से जलवायु परिवर्तन की संकल्पना के साथ जलवायु सहनशील खेती कैसे करे की विस्तृत जानकारी दी। डा कौशिक ने कहा कि एमिटी सदैव से किसानों के आय को बढ़ाने के लिए उन्हें प्रशिक्षण और उन्नत तकनीकों की जानकारी प्रदान करता रहा है और एमिटी के वैज्ञानिक भी इस दिशा में शोध और नवोन्मेष कर रहे है।


 


मुजफ्फरनगर के कृषि विज्ञान केन्द्र के प्रभारी डा.ए.के.कटियार ने मृदा परीक्षण एवं संतुलित उर्वरकों की जानकारी दी। इसके साथ उनके द्वारा गन्ना, धान में प्रमुख बीमारी एवं कीटों को रोकने के उपाय भी बताये गये। उन्होनें कहा कि एमिटी विश्वविद्यालय और कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा आयोजित इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में किसानों को जलवायु परिवर्तन से उत्पन्न समस्याओं के निवारको के संर्दभ में जानकारी प्रदान की जायेगी जिससे आप अनाज की उत्पादकता और गुणवत्ता को बढ़ा पायेगें।


 


इस अवसर पर मुजफ्फरनगर के कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक डा.ए.के.त्यागी ने पशु रोग एवं पशु टीकाकरण की जानकारी और एमिटी खाद्य एवं कृषि फाउंडेशन के प्रिंसिपल एडवाइजर डा.आर.एस. एंटिल ने नवीन कृषि पद्धतियों के द्वारा जलवायु परिवर्तन से आर्थिक प्रभाव को कैसे कम करे की जानकारी प्रदान की। इस गोष्टी को प्रायोजित एशिया प्रशांत नेटवर्क (ए.पी.एन.) संस्था द्वारा किया गया।


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