दिसंबर माह तक आईटी पार्क प्रारंभ नहीं हुआ तो वही पर,चेंबर के सदस्य देंगे धरना - मनीष अग्रवाल, अध्यक्ष



आगरा का ब्रेन ड्रेन रोकने के लिए अत्यंत आवश्यक है आईटी पार्क।

  हालांकि मिलना था आईटी सिटी किन्तु फिलहाल में आईटी पार्क से भी  मिलेगी राहत।

इंटीग्रेटेड मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर में 200 एकड़ आईटी सिटी की जा रही है मांग।

एसटीपीआई ने दिसंबर 2021 आईटी पार्क चालू करने का किया था वादा।

आईटी पार्क में स्पेस आवंटन की प्रक्रिया की जाए प्रारंभ।


हिन्दुस्तान वार्ता।आगरा

आज दिनांक 24 नवंबर 2021 को मनीष अध्यक्ष मनीष अग्रवाल की अध्यक्षता में एक बैठक आयोजित की गई जिसमें 'डी' ब्लॉक शास्त्रीपुरम योजना के अंतर्गत निर्माणाधीन आईटी पार्क के संबंध में चर्चा हुई।  अध्यक्ष मनीष अग्रवाल ने बताया कि आगरा में आईटी पार्क की परियोजना बरसों से प्रतीक्षारत है। चैम्बर इस परियोजना को अमली जामा पहनने के लिए प्रयासरत रहा है।  एसटीपीआई द्वारा अवगत कराया गया था कि 23000 वर्गफुट में आईटी पार्क का निर्माण किया जा रहा है.  जिसमें से 750वर्गफुट एसटी पी आई अपने कार्यालय खोलने के लिए प्रयोग करेग शेष सभी निर्मित क्षेत्र आईटी कंपनियों आवंटित किया जाएगा और यह पार्क प्लग एंड प्ले आधार पर दिसंबर 2021 तक चालू हो जाएगा।  

अध्यक्ष मनीष अग्रवाल ने बताया कि आगरा में पूर्व में आईटी सिटी बनाने की बात थी किंतु विभिन्न उतार-चढ़ावों के चलते यह परियोजना आईटी पार्क तक ही सीमित रह गई। आईटी पार्क की स्थापना भी में भी विभिन्न प्रकार की मोड़ आते रहे हैं और अब इस परियोजना को अंतिम रूप से माह दिसंबर 2021 तक चालू होने की बात सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क्स ऑफ़ इंडिया (एसटीपीआई) द्वारा कही गई थी।  क्योंकि यह परियोजना मूर्त रूप लेते लेते इतना लंबा समय ले चुकी है कि अब अधिक प्रतीक्षा जवाब दे चुकी है।  चेंबर के सदस्यों का कहना है कि अब इससे आगे की प्रतीक्षा बर्दाश्त से बाहर हो रही है। अतः हर हालत में हमको दिसंबर माह तक आईटी पार्क आगरा में संचालित होते दिखना चाहिए।  आगरा में आईटी पार्क दिसंबर तक चालू नहीं होता है तो वहीं पर चेंबर के सदस्य धरना देंगे क्योंकि यह मामला आगरा के ब्रेन ड्रेन से जुड़ा हुआ है।  आईटी पार्क चालू होने पर आगरा के  ब्रेन ड्रेन को कुछ सीमा तक रोकने में सहायक होगा। 

उन्होंने आगे बताया कि क्योंकि आईटी पार्क निर्माण की गति धीमी रही है इसलिए इस परियोजना में निर्माण कार्य के प्रति लोगों द्वारा असंतोष प्रकट किया जाता रहा है।  चैम्बर द्वारा एसटीपीआई नॉएडा से बार-बार संपर्क किया जाता रहा है।  एसटीपीआई ने यह बताया था कि आईटी पार्क हर हालत में दिसंबर 2021 तक प्रारंभ होने की संभावना है।  अब माह दिसंबर दस्तक देने को है जिससे लोगों में उत्सुकता बढ़ रही है।  किंतु आईटी पार्क के निर्माण कार्य के पूर्ण होने के संबंध में अभी कोई जानकारी नहीं दी गई है। अतः अब आईटी कंपनियों के लिए स्पेस आवंटन की प्रक्रिया एसटीपीआई द्वारा प्रारम्भ कर देनी चाहिए ताकि आगरा वासियों को संतोष मिल सके।  आईटी पार्क के लिए आगरावासी एक लंबे अरसे से प्रतीक्षा करते चले आ रहे हैं। 

आईटी प्रकोष्ठ के चेयरमैन मयंक मित्तल ने बताया कि आईटी पार्क के प्रारंभ होने से आगरा में रोजगार सृजन के अवसर बढ़ेंगे जिससे आगरा का ब्रेन ड्रेन रुकेगा। ब्रेन ड्रेन रुकने से आगरा का पुनः  विकास होगा। 

चैम्बर अध्यक्ष मनीष अग्रवाल ने आगे बताया कि 1050 एकड़ में थीम पार्क परियोजना के अंतर्गत  नेशनल इंडस्ट्रियल कॉरिडोर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन द्वारा विकसित किए जा रहे इंटीग्रिटी मैन्युफैक्चर क्लस्टर मैं 200 एकड़ में आईटी सिटी के लिए आवंटित करने की मांग भी चेंबर द्वारा बराबर की जा रही है। आईटी पार्क के साथ आगरा में आईटी  सिटी की स्थापना होने पर आगरा का युवा रोजगार के लिए बाहर जाने से काफी हद तक रुकेगा। 

बैठक में चेंबर अध्यक्ष मनीष अग्रवाल, उपाध्यक्ष अनिल अग्रवाल, उपाध्यक्ष सुनील सिंघल, कोषाध्यक्ष गोपाल खंडेलवाल ,कार्यकारिणी सदस्य सचिन सारस्वत ,पूर्व कोषाध्यक्ष मयंक मित्तल, राजीव सक्सेना आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे।