सपा के गढ़ में योगी ने भरी हुंकार।



हिन्दुस्तान वार्ता। राजेश प्रजापति 

 इटावा:रामलीला मैदान में राजकीय वायुयान से पहुंचे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ।

 योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन के प्रारंभ में ही समाजवादी पार्टी पर तीखे तंज कसते हुए भरी हुंकार।

योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में कहा कि मुसीबत के वक्त नहीं दिखते हैं चाचा भतीजे।

सैफई परिवार को योगी आदित्यनाथ ने बताया महाभारत के खानदान के रिश्ते।

योगी आदित्यनाथ ने बताया कि समाजवादी पार्टी का नारा है कि सबका साथ लेकिन केवल सैफई खानदान का ही विकास।

सिरसागंज विधानसभा के भाजपा प्रत्याशी हरिओम यादव के बारे में बताते हुए कहा कि अभी मैं सिरसागंज से ही रैली करके आया हूं जहां हमारे प्रत्याशी हरिओम यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी राम व कृष्ण विरोधी है और मैंने समाजवादी पार्टी के अन्याय के खिलाफ आवाज उठाई है, इसलिए मैं समाजवादी छोड़कर बीजेपी में शामिल हुआ हूं। शिवपाल सिंह यादव ,वाह जसवंत नगर विधानसभा से सपा के प्रत्याशी पर तीखा तंज कसते हुए कहा कि नेताजी मुलायम सिंह यादव के साथ रहने वाले प्रदेश सरकार में मंत्री रहे शिवपाल सिंह की वर्तमान समय में समाजवादी पार्टी ने क्या दुर्दशा कर डाली है।

योगी आदित्यनाथ का कहना है कि समाजवादी पार्टी ने पूरी योजना का मजाक बना दिया है लेकिन हम आपको बता सकते हैं कि जसवंत नगर विधानसभा से बीजेपी प्रत्याशी विवेक शाक्य ही विधायक बनेंगे।

योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में कहा कि संकट की घड़ी में कोरोना वायरस से जिन्होंने बचाया है इस वजह से जो संकट का साथी है आप सभी लोग उसी को वोट करें।

समाजवादी पार्टी पर टिप्पणी करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वह समय जब वेक्सीन लग रही थी तब समाजवादी पार्टी जो कि वंशवाद की पार्टी है इसके लोग कहते थे कि यह वैक्सीन मोदी की वैक्सीन है और बीजेपी की वैक्सीन है तो आज मैं आप सब लोगों को बता रहा हूं कि इसी बीजेपी की और मोदी की वेक्सीन ने ही देशवासियों की जान बचाई है। इस वजह से आप लोग बीजेपी को वोट देकर जिताये।

योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में कहा कि वर्तमान में प्रदेश एवं देश में डबल इंजन की गाड़ी चल रही है जिस वजह से प्रत्येक महा गरीबों को दो बार राशन मिलता है क्या यह राशन समाजवादी पार्टी की सरकार में मिलता था।

सैफई परिवार पर टिप्पणी करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जब समाजवादी पार्टी की सरकार प्रदेश में थी तब दूसरों का पेट तो भरता नहीं था बल्कि समाजवादी पार्टी की सरकार के लिए ही राशन पूरा नहीं पड़ता था पूरा प्रदेश समाजवादी पार्टी ही खा जाती थी।

समाजवादी पार्टी के शासनकाल में समाजवादी पार्टी के नेता की जिस जमीन संपत्ति पर नजर पड़ जाती थी वहां से शाम को ही गरीबों की झुग्गी झोपड़ी हटा दी जाती थी और उस पर कब्जा कर लिया जाता था।