सरकार का निजी स्कूलों को फीस वृद्धि में छूट का आदेश, दुर्भाग्यपूर्ण : आगरा मंडल व्यापार संगठन।



हिन्दुस्तान वार्ता।

आगरा। आगरा मंडल व्यापार संगठन के व्यापारी नेताओं ने रोष व्यक्त करते हुए कहा है कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा निजी स्कूलों में फीस बढ़ाने का जो आदेश पारित किए हैं वह दुर्भाग्यपूर्ण है।

संगठन के व्यापारी नेताओं ने कहा है कि पिछले 2 वर्षों से कोरोना की वजह से अभिभावकों की आर्थिक स्थिति बेहद नाजुक हो गई है और सरकार द्वारा इस तरह के आदेश देने से अभिभावक एक तरह से बिल्कुल टूट चुके हैं, क्योंकि अभिभावक आस लगाए बैठे थे कि शायद मुख्यमंत्री महोदय इस साल स्कूलों पर लगाम लगाते हुए फीस में वृद्धि नहीं करने के आदेश पारित करेंगे ,लेकिन सरकार ने 2022-23 की फीस में विद्यालयों में बढ़ोतरी को हरी झंडी देकर अभिभावकों के हितों पर चोट करने जैसा कार्य किया है ,जो अत्यंत घोर निंदनीय है। इस साल महंगाई भी चरम सीमा पर है और उस पर प्राइवेट स्कूलों द्वारा फीस वृद्धि, आग में घी का काम करने जैसा है क्योंकि सरकार के इस आदेश के निजी शिक्षण संस्थान और बेलगाम हो जाएंगे। बच्चों के एडमिशन के समय इतनी धनराशि ली जाती है लेकिन उस हिसाब से सुविधाएं भी उपलब्ध नहीं होती।

संगठन के व्यापारी नेताओं ने उत्तर प्रदेश सरकार से मांग की है कि तुरंत निजी स्कूलों द्वारा शुल्क वृद्धि के आदेश को पुनः विचार करके वापस ले, जिससे  मध्यम वर्गीय अभिभावक भी अपने बच्चों को शिक्षा ग्रहण करा सकें।

मांग करने वालों में संगठन के सर्वश्री पवन बंसल, त्रिलोक चंद शर्मा, राजेश गोयल, राहुल अग्रवाल, किशन कुमार अग्रवाल, अशोक अग्रवाल, प्रेमचंद अग्रवाल, सलीम जब्बार, अखिल जैन, गिरीश चंद गोयल, महेंद्र कुमार जैन, राजकुमार भगत, प्रदीप कुमार लूथरा, हिमांशु सचदेवा, संजीव अग्रवाल, पंकज अग्रवाल, मनोज अग्रवाल, रजनीश गोयल, जितेंद्र गुप्ता, नवल किशोर सोनी, चरणजीत सिंह टिम्मा, संजय गोयल, संजीव खंडेलवाल, दिलीप कुमार खंडेलवाल, प्रकाश चंद्र अग्रवाल, सौरव जसोरिया, श्रीमती सरिता गौतम, नीतू अग्रवाल आदि है।