बिना मुआवजा दिए जमीन के चिन्हांकन को पहुंचे रेलवे अधिकारियों को किसानों ने दौड़ाया।



- भूमि अधिग्रहण के विरोध में 56 वें दिन भी धरना/प्रदर्शन जारी रहा।

हिन्दुस्तान वार्ता। आगरा

कीठम से भांडई तक बाईपास रेल लाइन के लिए भूमि अधिग्रहण किया जाना है ,ज़मीन के चिन्हांकन के लिए आज सुबह 9 बजे रेलवे के विधिक सलाहकार आर एन सिंह भदौरिया, इंजीनियर आबिद खान, इंजीनियर विनीत कुमार, सर्वेयर यूनिश सहित अधिकारियों व अन्य चार कर्मचारियों की टीम सदर तहसील के गांव खेड़ा भगौर पहुंच गई। रेलवे द्वारा चिन्हांकन के लिए मुद्दी लगाए जाने की जानकारी होते ही किसान खेतों पर पहुंच गए, किसानों ने चिन्हांकन को आई रेलवे विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों की टीम को घेर कर दौड़ा दिया। विरोध कर रहे किसानों और रेलवे अधिकारियों में नॉकझोंक भी हो गई। किसानों के भारी विरोध को देखते हुए चिन्हांकन को गई टीम ने किसानों की मोबाइल से रेलवे के डीजीएम पी के शर्मा से बात कराई, डीजीएम पी के शर्मा के द्वारा किसानों को चिन्हांकन प्रक्रिया को रोक दिए जाने के  आश्वासन बाद ही शांत हुए, विरोध कर रहे किसानों में मुख्य रूप से महेश चंद शर्मा, जगन सिंह, करतार सिंह, दिगम्बर सिंह, विष्णु गुप्ता, कालीचरण, सुमित गुप्ता, देवेन्द्र सिंह, विष्णु चक, सुनहरी, विस्साराम, मुकेश, बहादुर सिंह, उदय सिंह, ओमवीर आदि शामिल रहे।

    भूमि अधिग्रहण विरोध संघर्ष समिति के संयोजक चौधरी दिलीप सिंह कहा कि सरकार का किसानों पर तुगलकी फरमान चल रहा है विना मुआवजा दिए किसानों की जमीन पर सरकार द्धारा कब्जा किया जा रहा है लेकिन किसान किसी भी सूरत में सरकार के मंसूबे को सफल नहीं होने देंगे।

     धर सदर तहसील के गांव नानपुर मोड़ मिढ़ाकुर पर किसानों बाईपास रेल लाइन भूमि अधिग्रहण के विरोध में 56 वें दिन भी धरना/प्रदर्शन जारी रहा, किसानों ने कहा कि हम अपनी जान दे देंगे,लेकिन बहुफसली जमीन नहीं देंगे।

रिपोर्ट-आर.के.लवानिया