सैंट पीटर्स के 175 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष में ,जारी हुआ विशेष डॉक आवरण।






- स्‍पेशल कैंसिलेशन का भी किया गया निर्गमन। 

- दिल्ली से आए डाक विभाग के सीजीएम श्री ए के रॉय ने जारी किया।

हिन्दुस्तान वार्ता।

अगरा:आगरा के फ्लैटलिस्‍टों के लिये शुक्रवार 7 अक्‍टूबर खास यादगार अवसर बना। 

 महानगर के प्रख्‍यात सैंट पीटर्स कॉलेज की स्‍थापना के 175वर्ष  पूरे होने पर, एक विशेष डॉक आवरण डॉक विभाग के द्वारा जारी किया गया। हालांकि देश का फ्लैटलिक कलैंडर अब बहुत ही व्‍यापक हो गया है। स्‍मृतियों,आयोजनों को जन जन तक पहुंचाने के लिये विशेष आवरण अक्‍सर जारी होते रहते हैं,लेकिन स्‍थानीय महत्‍व के विषय पर विशेष आवरण का निर्गमन आगरा के डॉक टिकट और पोस्‍टल स्‍टेशनरी संग्राहकों के लिये हमेशा विशिष्‍ट रहा है।

आकर्षक डिजायन युक्‍त आवरण पर कॉलेज की बिल्‍टिंग का चित्र आंकित है। यही नहीं आवरण के साथ स्‍पेशल कैंसीलेशन भी विभाग के द्वारा जारी किया गया है। 

ताज रोड पर स्‍थित मुख्‍य डॉकघर स्‍थित फ्लैटलिक ब्‍यूरो,आगरा पर यह एन्‍वलप स्‍पेशल कैंसीलेशन के साथ प्राप्‍त किया जा सकता है।

कैंसिलेशन और स्‍मृति संजोने के लिये जारी किया गया यह निर्गमन फ्लैटली की दृष्‍टि से हालांकि सभी फ्लैटलिस्‍टों के लिये रुचिकर है लेकिन कॉलेज कैपस से जुडे स्‍टूडैंट,स्‍टाफ के लिये खास महत्‍पूर्ण है। उनसभी के लिये भी जो कि पूर्व में इस परिसर से जुडे रहे है और अब भी यहां बिताये दिनों की स्‍मृतियां संजोये हुए  हैं।दरअसल जिन शिक्षा परिसरों में शिक्षा ग्रहण करते हैं उनसे लगाव हो जाना एक स्‍वभाविक मानव बृत्‍ति है।फिर सेंट पीटर्स की बात तो कुछ अलग ही है,जहां शिक्षा के अलावा सभ्‍य नागरिक के रूप में अपनी भूमिका का निर्वाहन करने के लिये अनुशासन,सदाचारी और संस्‍कृति संबधित संस्‍कार भी दिये जाते हैं।

 सिविल सोसायटी ऑफ आगरा के जर्नरल सैकेट्री अनिल शर्मा ने बताया जी पी ओ फ्लैटली ब्‍यूरो के तत्‍वावधान में इस अवसर पर औपचारिक कार्यक्रम हुआ।जिसमें प्रंसिपल फादर एंड्रयू कोरिया, पूर्व प्रिंसिपल, स्कूल के मैनेजर सहित स्‍टाफ,स्‍टूडैंटस , पुराने छात्र आदि की भागीदारी रही। 

175 साल पूरे करने वाले सेंट पीटर्स परिसर से जुडे लाखों पूर्व छात्र ,दुनियां भर में बिखरे हुए हैं,इनमें से अधिकांश जब तक इस परिसर से जुडी अपनी स्‍मृतियां ताजा कर लेते हैं। निश्‍चित रूप से विशेष आवरण निर्गमन उनके लिये अत्‍यंत महत्‍व रखता है।जब जब जिसे भी सूचना मिलेगी,  जरूर इसे पाना चाहेगा। 

इसके अलावा यह विशेष आवरण दुनियां भर में बिखरे उन फ्लैटलिस्‍टो के लिये भी महत्‍वपूर्ण है,जो स्‍कूल,चर्च, मिश्‍नरी आदि थीम पर अपने कलैक्‍शन करते हैं।

आगरा के लिये फ्लैटली नया विषय नहीं है,फ्लैटली ब्‍यूरैक्‍स को ब्‍यूरो के रूप में उच्‍चीकृत करवाने को काफी मशक्‍कत करनी पडी। फ्लैटलिक सोसायटी आफ आगरा का गठन 1972 में स्‍व.डा.एन स्‍वरूप की अध्‍यक्षता में हुआ था और उसी साल आगरा फिलैटलिक एग्‍जीवीशन का आयोजन जीपीओ के रिक्रकयेशन हॉल में किया गया था। 

इस एग्‍जीवीशन में 42भागीदारों में से 17 ऐंट्रियां सैंट पीटर्स कॉलेज के छात्रों की थीं।यह बात अलग है कि ये सभी निजी तौर पर दी हुई थीं।

सोसाइटी के जर्नरल सैकेट्री और एग्‍जीवीशन कमेटी के कन्‍वीनर रहे राजीव सक्‍सेना के अनुसार इस एग्‍जीविशन के बाद अगले तीन साल और यह सिलसिला 'ताज पैक्‍स'(ताज फिलैटलिक एग्‍जीवीशन) के रूप में जारी रखा जा सका। इन सभी एग्‍जीवीशनों के दौरान स्‍पेशल कवर व कैंसिलेशन जारी हुए थे। 

वैसे आगरा में नेशनल चैम्‍बर आफ इंडस्‍ट्रीज ऐंड कामर्स, नागरी प्रचारिणी सभा आगरा तथा दैनिक जागरण, के आगरा संस्‍करण के रजत जयंती वर्ष,ताज महोत्‍सव- 2015 के उपलक्ष में भी विशेष आवरण जारी हो चुके हैं।

रिपोर्ट-असलम सलीमी।