आईआईएम कोलकाता में एक व्याख्यान में बेबाकी से बोले एस.जयशंकर।

 


हिन्दुस्तान वार्ता।कोलकाता

अपने बेबाक बयानों से देश-विदेश में चर्चा बटोरने वाले भारतीय विदेश मंत्री एसo जयशंकर बुधवार को कोलकाता पहुंचे जहाँ उन्होंने IIM कोलकाता के छात्रों से बातचीत की साथ ही कोलकाता में पासपोर्ट सेवा केंद्र का दौरा किया। कोलकाता दौरे के दौरान उन्होंने कहा कि राष्ट्र हित को सबसे आगे रखना जरूरी है। कोई भी राजनीतिक मजबूरी ऐसी नहीं होनी चाहिए जिससे देश की सीमाओं के लिए खतरा उत्पन्न हो या इसके व्यापक हितों को नुकसान पहुंचे। 

 आईआईएम कोलकाता में एक व्याख्यान में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने 'भारत और विश्व' विषय पर बोलते हुए कहा कि हाल के वर्षों में हम पहले ही देख चुके हैं कि कैसे व्यापार, संपर्क, ऋण, संसाधन और यहां तक कि पर्यटन भी राजनीतिक दबाव के बिंदु बन गए हैं।

  एक ट्वीट में विदेश मंत्री एसo जयशंकर ने लिखा कि 'आईआईएम कोलकाता में छात्र और पूर्व छात्र के साथ सदस्यता, गतिशीलता, भोजन, व्यापार, और जलवायु परिवर्तन जैसे मुद्दों पर बातचीत की जिन्होंने बी-स्कूल से उद्यमिता का रास्ता चुना है।

 आईआईएम कोलकाता में व्याख्यान के बाद विदेश मंत्री एसo जयशंकर ने कोलकाता में पासपोर्ट सेवा केंद्र का दौरा किया, दौरे के बाद विदेश मंत्री एसo जयशंकर ने ट्वीट किया कि आज सुबह कोलकाता में पासपोर्ट सेवा केंद्र का दौरा किया। वहां की समर्पित टीम द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना की।

 कोलकाता दौरे के दौरान डिजिटल मोर्चे पर भारत के बारे में बोलते हुए विदेश मंत्री एसo जयशंकर ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों ने हम सभी को डिजिटल होने के लिए मजबूर किया है। उन्होंने कहा कि हम भारत में एक रिकॉर्ड है, जो विश्व में सराहा जा रहा है। हमारी डिजिटल डिलीवरी का पैमाना चाहे वह भोजन, वित्त, स्वास्थ्य, पेंशन या सामाजिक लाभ हो दुनिया इस पैमाने की चर्चा करती है।

(रिपोर्ट: शाश्वत तिवारी)