“स्वास्तिक” के ग्रीष्मकालीन शिविर में बच्चे ले रहे आधुनिक शिक्षा के साथ आध्यात्मिक ज्ञान भी।



− स्वास्तिक वेलफेयर ट्रस्ट ने लगाया दयालबाग में ग्रीष्मकालीन शिविर।

− विविध विधाओं के साथ बच्चों को सिखाई जा रही जप−ध्यान साधना भी।

हिन्दुस्तान वार्ता।

आगरा। भविष्य को यदि हम संवारना चाहते हैं तो वर्तमान में संस्कारों का बीज रोपना ही होगा। इसी ध्येय को लेकर स्वास्तिक वेलफेयर ट्रस्ट द्वारा बच्चों को संस्कारों के साथ शिक्षित करने के लिए 15 दिवसीय ग्रीषमकालीन शिविर लगाया गया है।

9, रामा एंक्लेव, दयालबाग स्थित स्वास्तिक वेलफेयर ट्रस्ट के कार्यालय पर आयोजित शिविर का समापन 3 जून को होगा। 

अध्यक्ष विनीता मित्तल ने बताया कि शिविर में बच्चों को शिक्षा के साथ सनातन संस्कार भी दिए जा रहे हैं। शिविर में पहली क्लास ध्यान और जप की रखी गयी है।

 संस्था की सचिव प्रेरणा सिंह और गीता सैनी बच्चों को प्रतिदिन गायत्री मंत्र का जाप एवं ध्यान करना सिखाती हैं। इसके आलावा बच्चाें को नैतिक शिक्षा दी जा रही है और आध्यात्मिक पुस्तक अध्ययन के लिए प्रेरित भी किया जा रहा है।     

 कोषाध्यक्ष श्वेता अग्रवाल ने बताया कि शिविर में बच्चाें का हस्तलेख सुधार भी विभिन्न शैलियों द्वारा कराया जा रहा है। प्रिंट और कर्सिव राइटिंग में विनीता मित्तल, कैलिग्राफी में शिखा गौतम, स्पीड राइटिंग में अंजू और अंशिका, ड्राइंग एवं पेंटिंग में रितु एवं किरन लालवानी, हिंदी राइटिंग क्षमा दुबे वैदिक मैथ्स में अंजली अग्रवाल, इंग्लिश स्पीकिंग पर्ल लालवानी, बेसिक कम्प्यूटर शिक्षा पल्लवी अग्रवाल, नृत्य में तनु गुप्ता एवं रीया गौतम प्रशिक्षण दे रही हैं। शिविर के दौरान जल्द ही बच्चों के उत्साहवर्धन के लिए पूल पार्टी भी आयोजित की जाएगी। शिविर का समापन 3 जून को होगा।