संस्कार भारती आगरा महानगर द्वारा प्रथम कैलीग्राफी प्रतियोगिता का आयोजन



हिन्दुस्तान वार्ता।ब्यूरो

आगरा : संस्कार भारती आगरा महानगर द्वारा प्रथम कैलीग्राफी प्रतियोगिता का आयोजन शुक्रवार 16 मई 2025 को कॉन्फ्रेंस हॉल, संस्कृति भवन,बाग फरजाना, आगरा पर किया गया।

निर्णायक रहीं अंतरराष्ट्रीय कैलीग्राफिस्ट् डा.रूपाली खन्ना ने कहा कि भारतीय कैलीग्राफी की जड़ें हजारों साल पुरानी सभ्यता में हैं. प्राचीन भारत में लेखन को केवल सूचना देने का माध्यम नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक और कलात्मक प्रक्रिया माना जाता था. ब्राह्मी लिपि से शुरू होकर देवनागरी,गुरुमुखी, तमिल, तेलुगु, और अन्य अनेक लिपियों में कैलीग्राफी की सुंदर परंपराएं विकसित हुईं.ताड़पत्रों और भोजपत्रों पर हाथ से लिखी गई पांडुलिपियाँ इस कला की गवाही देती हैं।

संस्कार भारती आगरा महानगर द्वारा आयोजित इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में निर्णायक मंडल का हिस्सा बनना मेरे लिए गर्व का विषय है. यह आयोजन भारत की समृद्ध भाषा, लिपि और संस्कृति के पुनर्जागरण की एक प्रेरणादायक पहल है।

निर्णायक मंडल दूसरे सदस्य डॉ.मनोज जी (डिप्टी डायरेक्टर,ललित कला संस्थान) ने कहा कि यह केवल एक प्रतियोगिता नहीं, बल्कि भारत के प्रति हमारे समर्पण की सांस्कृतिक अभिव्यक्ति है. यह शब्दों के सजीले संसार का चित्रांकन है।

उदघाटन करते हुए आर एस एस के वरिष्ठ अधिकारी और केशवधाम, वृन्दावन के सचिव माननीय सतीश अग्रवाल ने कहा कि कैलीग्राफी अक्षरों की कला है शब्दों की नहीं और इनका उद्गम संस्कृत के सूत्रों से हुआ है। देवनागरी लिपि में इनको लिखा जाता है।

प्रतियोगिता में बी ए, बी एफ ए, एम ए, एम एफ ए के साथ साथ  वरिष्ठ एवं स्वतंत्र श्रेणी के 46 चित्रकारों के द्वारा भागीदारी की गई. ललित कला संस्थान, बैकुंठी देवी कन्या महाविद्यालय, बी डी जैन कॉलेज और दयालबाग शिक्षण संस्थान के कलाकारों ने भागीदारी की और एक से बढ़कर एक चित्र कैलीग्राफी चित्र बनाएं। इस प्रतियोगिता में प्रतिभागियों ने भारतीय संस्कृति विषय पर कैलीग्राफी चित्रण किया जिसमें मंत्र, स्तुति, श्लोक, चौपाई के अतिरिक्त अभी हाल ही में हुए ऑपरेशन सिंदूर को लेकर चित्रकारों ने कैलीग्राफी चित्रण किया। इसके अतिरिक्त भारतीय नौसेना वायु सेवा तथा आर्मी के ध्येय वाक्य एवं देशभक्ति से संबंधित कैलीग्राफी चित्रण भी प्रतिभागियों द्वारा किया गया। सभी चित्र एक से बढ़कर एक कलात्मक थे एवं भावपूर्ण थे।

इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्कार भारती आगरा महानगर के अध्यक्ष आर्किटेक्ट राजीव द्विवेदी ने संयोजन नंद नंदन गर्ग उपाध्यक्ष संस्कार भारती ब्रज प्रांत ने किया. इस अवसर पर राजीव सिंघल , डा मनोज पचौरी, इंजीनियर सुरेश चंद्र अग्रवाल , श्याम तिवारी, आशीष जैन , दीपक गर्ग, हरेश अग्रवाल, एस एन गर्ग,  नंदकिशोर, डॉक्टर साधना सिंह, प्रोफेसर बिंदु अवस्थी, अनिता भार्गव नीता गर्ग, नीनू गर्ग, डा एकता श्रीवास्तव चित्रकला प्रमुख ,संस्काr भारती,  आभा सिंह दृश्यकला प्रमुख, मीतू सिंह, चेतना परिहार,डॉ नीलम कांत, वन्दना तिवारी, विश्व संवाद केन्द्र के विजय गोयल, अरुण गर्ग, महामंत्री ओम स्वरूप गर्ग,  प्रदीप सिंघल, आशीष जैन, डा  तपस्या सिंह हिमांशी, प्रतिभा, प्रो लवकुश मिश्रा आदि उपस्थित थे।संचालन डा.आभा ने तथा धन्यवाद ज्ञापन ओम स्वरूप गर्ग ने किया।

प्रतियोगिता के पांच वर्गों  - (I) BA (2) BFA, (3) MA (4) MFA छात्र/छात्राएं एवं (5) वरिष्ठ/स्वतन्त्र चित्रकार 17 पुरस्कार प्रदान किए गए।