बांग्लादेश के हिंदुओं की सुरक्षा को लेकर 13 अगस्त को प्रदर्शन करेगी हिन्दू महासभा
हिन्दुस्तान वार्ता।ब्यूरो
नई दिल्ली । अखिल भारत हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रविन्द्र कुमार द्विवेदी ने बांग्लादेश में तख्ता पलट होने के बाद जेहादियों द्वारा हिन्दू नागरिकों और हिन्दू धर्म स्थलों पर हो रहे दुर्भाग्यपूर्ण हमलों की कड़ी निन्दा करते हुए इसे हिन्दू जगत के लिए एक चुनौती बताया है। उन्होंने कहा है कि इन हमलों पर केंद्र सरकार का मौन अखर रहा है। केंद्र सरकार का यह रवैया सनातन जगत में हताशा और निराशा का वातावरण पैदा कर रहा है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बांग्लादेश में हिंदुओं और उनके धर्मस्थलों की सुरक्षा सुनिश्चित करने हेतु समुचित उपाय करने की मार्मिक अपील की है।
हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रविन्द्र कुमार द्विवेदी आज नई दिल्ली के प्रेस क्लब ऑफ इंडिया में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। संवाददाताओं से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि 15 अगस्त 1947 से पहले बांग्लादेश सनातनी राष्ट्र का अविभाज्य हिस्सा था। देश विभाजन में बांग्लादेश पाकिस्तान में चला गया। सन 1971 में भारत पाकिस्तान युद्ध में भारत ने पाकिस्तान को छठी का दूध याद दिलाते हुए उनसे बांग्लादेश को मुक्त करवाते हुए स्वतंत्र राष्ट्र घोषित किया था। हालांकि बांग्लादेश से भारत के बहुत मधुर संबंध कभी नहीं रहे और बांग्लादेश सदैव बांग्लादेशी घुसपैठिए और इस्लामिक जेहाद के नाम से भारत के लिए गंभीर समस्याएं खड़ी करता रहा है।बांग्लादेश में तख्तापलट होने के बाद बांग्लादेश में जेहादियों द्वारा हिंदुओं को चुन चुन कर मारा जा रहा है और भारत सरकार और समस्त विपक्षी दल खामोश है।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए द्विवेदी जी ने कहा कि बांग्लादेश हिंदुओं की पुण्यभूमि है। हिंदुओं की पुण्यभूमि पर हिंदुओं और उसके धर्मस्थलों पर जेहादी हमले शर्मनाक हैं। बांग्लादेश में हिंदुओं और उनके धर्म स्थलों को बचाने का उत्तरदायित्व विश्व में हिंदुओं के एक मात्र देश भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार का है। उन्होंने केंद्र सरकार और विपक्षी दलों के मौन पर प्रश्न चिन्ह लगाते हुए कहा कि क्या भारत और हिन्दू धर्म इतना निर्बल और असहाय हो गया है कि अपने हिंदुओं और उनके धर्मस्थलों पर हो रहे हमलों को मूकदर्शक बन कर देखने के अलावा और कुछ नहीं कर सकते? उन्होंने कहा कि पूरे विश्व में केवल अफगानिस्तान,पाकिस्तान और बांग्लादेश में हिन्दू समाज असुरक्षित है और उन पर अत्याचार हो रहे हैं।
राष्ट्रीय अध्यक्ष ने बांग्लादेश,पाकिस्तान और अफगानिस्तान में अल्पसंख्यक समुदाय और उनके धर्मस्थलों की सुरक्षा के लिए भारत सरकार के कोष से स्पेशल फोर्स तैनात करने और तीनों देशों से तुरंत व्यापारिक संबंध समाप्त करने की सरकार से मांग की है। उन्होंने विश्व के समस्त हिंदुओं से पाकिस्तान,बांग्लादेश और अफगानिस्तान में निर्मित वस्तुओं का बहिष्कार करने की मांग करते हुए हुए हिन्दू समाज से एकजुट होकर बांग्लादेश के पीड़ित हिन्दुओं के समर्थन में आगे आने का आह्वान किया है।
इस अवसर पर राष्ट्रीय अध्यक्ष के साथ राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष प्रो.यशपाल सिंह,राष्ट्रीय प्रवक्ता मदन लाल गुप्ता,राष्ट्रीय कार्यालय मंत्री केशव चंद्र मल्होत्रा,राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष चंद्र शेखर भट्ट, दिल्ली प्रदेश प्रभारी सुरेंद्र स्वामी, प्रदेश अध्यक्ष विजेंद्र सिंह राजू पार्चा भी उपस्थित रहे। हिन्दू महासभा नेताओं ने मीडिया से अंतराष्ट्रीय जगत का ध्यान बांग्लादेश का भारत में विलय के दृष्टिकोण से अवगत करवाने और विलय के लिए वैश्विक स्तर पर सकारात्मक वातावरण पैदा करने की अपील की है।
दिल्ली में प्रदर्शन एवं पीएम को ज्ञापन :
राष्ट्रीय प्रवक्ता मदन लाल गुप्ता ने पत्रकारों से वार्ता में कहा कि हिन्दू महासभा बांग्लादेशी हिंदुओं की सुरक्षा हेतु, 13 अगस्त को दिल्ली के जंतर मंतर पर प्रदर्शन करेगी। प्रदर्शनकारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपनी मांगों का भी ज्ञापन सौंपेंगे।